24 फरवरी को आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया 112 साल पुरानी संगमरमरी बेंच पर बैठकर ताजमहल का दीदार करेंगे। ब्रिटिश शासन के दौरान लार्ड कर्जन ने 1907-08 में ताजमहल के सेंट्रल टैंक पर लकड़ी की बेंच हटवा कर मुगलिया शैली की संगमरमर से तामीर कराई गई बेंच लगवाई थीं।
रॉयल गेट पर हटेगी रेलिंग, फूलों के गमले लगेंगे
ताजमहल के रॉयल गेट से अंदर आते ही ताजमहल का पूरा नजारा दिखता है। रेड सैंड स्टोन प्लेटफार्म से नीचे उतरने पर वाटर चैनल से सटे पाथवे के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति ताज के मुख्य गुंबद तक पहुंचेंगे, लेकिन प्लेटफार्म पर लगी रेलिंग को हटाया जाएगा।
ताजमहल के रॉयल गेट से अंदर आते ही ताजमहल का पूरा नजारा दिखता है। रेड सैंड स्टोन प्लेटफार्म से नीचे उतरने पर वाटर चैनल से सटे पाथवे के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति ताज के मुख्य गुंबद तक पहुंचेंगे, लेकिन प्लेटफार्म पर लगी रेलिंग को हटाया जाएगा।
ट्रंप के दौरे के कारण एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण) ने सेंट्रल टैंक के पानी को निकालकर टैंक की सफाई का काम शुरू किया है। यहां नीले रंग का पेंट किया गया है। टैंक से रॉयल गेट और मुख्य गुंबद के बीच में मौजूद वाटर चैनल की सफाई कर नीला पेंट किया गया है। इसी वाटर चैनल में फुब्बारों की सफाई और मरम्मत का काम जारी है। नई मोटरें लगाकर फुब्बारे चलाए जाएंगे, वहीं साइप्रस के पौधों की छंटाई का काम भी किया गया। चमेली फर्श से गुंबद पर जाने वाले रास्ते पर टूटे पत्थरों को बदला जा रहा है।