नगर निगम और पंचायतों के माध्यम से सत्ताशीन होने का सपना देखने वालों भावी पार्षद,महापौर, पंच,सरपंच, पंचायत अध्यक्ष ,कोरोना अभी आपकी देहरी में ही टहल रहा हैं। महाराष्ट्र बॉर्डर से लगें लगभग दो दर्जन जिले में आने-जाने की पाबंदी लगाने की तैयारी की जा रही हैं साथ ही सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश की राजधानी से आदेश किया जाने वाला है। निजी कार्यालयों में 50 फीसदी तक ही कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य की जा रही ।साथ ही बाज़ार को देर रात 10बजे तक खुलने(ठंड में) लगे थे अब पुनः(पूर्व की गर्मियों के दिनों में 11और12तक भी खुले रहने वाले)8बजे बन्द होने के आदेश भी जारी किये जाने वाले याने दिसम्बर से लँगोट कस हुए प्रत्याशी मार्च में मैदान में उतरने की सोच रहे थे कोरोना कही अक्टूबर, नंबम्बर तक न खींच ले जाये।अपनी तो यही सलाह है दूध,बादाम खाना,खिलाना बन्द मत करना ।मतदाताओं को गर्मी शुरू होने वाली आइसक्रीम, लस्सी,कोल्डड्रिंक, नींबू पानी, जलजीरा पूछते जाना ।कही जनता छाछ न पी दे ध्यान धरना?
शहर और गांव के भावी प्रथम नागरिकों।छ माह निकाल दिये और छ माह आसरे की भैंस पड़ा जरूर देगी।वैसे अभी आखिरी उम्मीद की किरण उम्मीदवारो 5मार्च से है जब वोटर लिस्ट अध्याय समाप्त होगा। चुनाव आयोग की नज़रे इनायत हो जाये और तिथियां घोषित और उम्मीदवार ढ़ोल, धमाकों के साथ फर्म(फार्म) भर आप भी जीत गये तो फर्म (मामा वाले)में आ जाओगे।सभी भावी प्रथम नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएं।।।दूरी बनाये रखें,मास्क,गमछा पहने।।
।महेश दत्त