मकान बनाने के बाद लोगों ने अस्थाई कनेक्शन लेकर काम चलाना शुरू किया
राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने 20 लाख रुपये की मदद दी
जबलपुर, उपनगरीय क्षेत्र गढा कछपुरा से लगी गणेश नगर काॅलोनी में बिजली आपूर्ति के लिए ठेकेदार ने 20 लाख रुपये जमा तो कर दिए लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के कारण यहां अभी भी बिजली लाइन डंडों में ही झूल रही है। इससे दुर्घटना की आशंका तो बनी ही है साथ कई बिजली सप्लाई बाधित हो जाए कोई भरोसा नहीं रहता। वोल्टेज भी मनमर्जी से कम ज्यादा होता रहता है जिसके कारण यहां के रहवासियों के बिजली से चलने वाले उपकरण खराब हो रहे हैं।
गढा कछपुरा से लगा गणेश नगर है। इस काॅलोनी के बिल्डर ने यहां प्लाटा तो काटकर बेच दिया लेकिन लोगों को बिजली की सुविधा नहीं दी। मकान बनाने के बाद लोगों ने अस्थाई कनेक्शन लेकर काम चलाना शुरू किया। अस्थाई कनेक्शनों के लिए कई मीटर तक लाइन खींची गई लेकिन यह लाइन डंडे और बांस के भरोसे झूल रही है। आंधी तूफान के कारण कई बार लाइन जमीन पर भी गिर जाती है जिसके कारण करंट फैलने का डर बना रहता है जिसको लेकर शिकायतें भी की गईं लेकिन बिजली विभाग इस ओर ध्यान हीं नहीं दे रहा है।
राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने 20 लाख रुपये की मदद दी -कुछ दिनों पहले राज्यसभा सदस्य विवेक कृष्ण तन्खा ने 20 लाख रुपये की मदद दी ताकि बिजली की अधोसंरचना विकसित की जा सके लेकिन, महीनों बीतने के बाद भी विभाग ने इस कॉलोनी में बिजली व्यवस्था को सुधारने का प्रयास नहीं किया है।
दो से पांच हजार रुपये आ रहा बिल: -क्षेत्र में 60 से ज्यादा उपभोक्ताओं के मकान है सभी ने अस्थाई कनेक्शन लिया है। ऐसे में उनके घर व्यापारिक दर 8 रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली का बिल पहुंच रहा है कई बार 5 हजार से ज्यादा बिल भरना पड़ रहा है। जबकि कई उपभोक्ता की मासिक खपत 100 और 150 यूनिट के भीतर होती है इन्हें इंदिरा गृह ज्योति योजना के दायरे में आकर सब्सिडी का लाभ भी मिल सकता है लेकिन अस्थाई कनेक्शन होने के कारण इस लाभ से भी उपभोक्ता वंचित हो रहे हैं।