अभी तक मध्यप्रदेश सरकार ने 1042 बसों के माध्यम से 46 हजार 890 श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक नि:शुल्क भेजा है। बता दें कि इससे पहले शिवराज सरकार ने घोषणा की थी कि जो भी श्रमिक स्पेशल ट्रेन से अपने गृह प्रदेश लौट रहे हैं, उनके रेल किराये का भुगतान शासन द्वारा किया जाएगा। श्रमिकों से किसी भी तरह का किराया वसूल नहीं किया जाएगा।मध्यप्रदेश में अब केवल रेड और ग्रीन जोन, ऐसा होगा लॉकडाउन का चौथा चरण , दूरदर्शन पर चौहान ने प्रदेश की जनता को संबोधित करते हुए कहा, लॉकडाउन के संबंध में प्रदेश की जनता, सभी वर्ग और जिलों के आपदा प्रबंधन समूहों से मिले सुझावों के आधार पर निर्णय लिया गया है। राज्य में अब केवल दो जोन होंगे- ग्रीन और रेड। सभी कंटेनमेंट जोन में विशेष प्रतिबंध जारी रहेंगे। रेड जोन के अंतर्गत इंदौर, उज्जैन जिले का संपूर्ण क्षेत्र, भोपाल, बुरहानपुर, जबलपुर, खंडवा और देवास के नगर पालिका व निगम और मंदसौर, नीमच, धार व कुक्षी के नगर पालिका क्षेत्र होंगे। प्रदेश के शेष सभी जिले ग्रीन जोन में रखे गए हैं। एक सप्ताह तक यहां बाजार बंद रहेंगे, इसके बाद समीक्षा कर निर्णय लिया जाएगा। सभी जोन में ये गतिविधियां रहेंगी प्रतिबंधित सभी जोन में स्कूल, कॉलेज, कोचिंग, प्रशिक्षण संस्थान, होटल, रेस्टोरेंट, हॉस्पिटेलिटी सेवाएं, सिनेमा हॉल, शॉपिंग मॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थियेटर्स, बार, ऑडिटोरियम प्रतिबंधित रहेंगे। सामुदायिक, सामाजिक, राजनैतिक, खेलकूद, मनोरंजन, अकादमिक, सांस्कृतिक, धार्मिक आयोजन नहीं हो सकेंगे।
यूपी और बिहार के श्रमिकों की भीड़ मध्यप्रदेश सीमा पर, – सभी को निःशुल्क भेजा जा रहा है
