जबलपुर शहर के करीब साढ़े आठ हजार हितग्राहियों की सामाजिक सुरक्षा व अन्य पेंशन बंद हो सकती है। क्योंकि नगर निगम द्वारा की जा रही अपील के बावजूद आठ हजार 584 पेंशनरों ने अब तक नगर निगम के संंभागीय कार्यालयाें में पहुंचकर अपना भौतिक सत्यापन नहीं कराया है। इनमें से चार हजार 755 ऐसे पेंशनर है जो सर्वे में ही नहीं मिले। इन्होंने अपना निवास स्थान बदल लिया है। नगर निगम ने ऐसे हितग्राहियों को आखिरी मोहलते देते हुए 15 जनवरी तक मय दस्तावेज के साथ संभागीय कार्यालय पहुंचकर अपने जीवित होने का सबूत देते हुए एम मिशन पोर्टल में भौैतिक सत्यापन कराने की अपील की है। इसके बाद भी यदि हितग्राहियों ने सत्यापन नहीं कराया तो 20 जनवरी से एम मिशन पोर्टल बंद हो जाएगा और एंट्री के अभाव में पेंशन नहीं मिलेगी।
चार माह से चल रहा सत्यापन कार्य :
नगर निगम उपायुक्त अंजू सिंह ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन के द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रहीं हैं। लाखों हितग्राहियों को प्रतिमाह नगर निगम जबलपुर द्वारा लाभ पहुंचाया जा रहा है। जिसमें पेंशन योजना के तहत जबलपुर के करीब 52 हजार हितग्राहियों को पेंशन दी जा रही है। इसमें से पात्र हितग्रहियों का पता लगाने शासन के निर्देशानुसार 23 सिंतबर 2021 से हितग्राहियों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। 20 जनवरी तक सत्यापन कार्य पूर्ण करना है। लेकिन अभी तक शहर के 52 हजार 501 हितग्रहियों में से आठ हजार 584 हितग्राहियों ने सत्यापन नहीं कराया है। चार हजार 755 ऐसे पेंशन हितग्राही है जो अपने निवास स्थल पर नहीं पाए गए। ऐसे हितग्राहियों को पलायन (माइग्रेट) विकल्प से सर्वे किया गया है। ऐसी स्थिति सत्यापन के अभाव में शासन द्वारा इनकी पेंशन बंद की जा सकती है।
अब आखिरी मौका:
जिन हितग्राहियों ने अब तक भाैतिक सत्यापन नहीं कराया है वे संबंधित क्षेत्र के संभागीय कार्यालयों में सुबह 10बजे बजे से शाम 6 बजे तक आवश्यक दस्तावेजों के साथ पहुंचकर सत्यापन करवा सकते हैं।
चार माह में 43 हजार 917 ने कराया सत्यापन
– 52 हजार 501 हितग्राही दर्ज है नगर निगम के रिकार्ड में
– 43 हजार 917 ने कराया भौतिक सत्यापन
– 8 हजार 584 की पेंशन पर संकट