मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिख कर कहा था कि पान मसाला और सुपारी खाने से थूकने की प्रबल इच्छा होती है और इससे कोरोना वायरस के तेजी से फैलने की आशंका रहती है।
22 राज्य और छह केंद्र शासित प्रदेशों ने तम्बाकू उत्पादों पर रोक भी लगा दी थी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इसकी तारीफ भी की थी। राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं स्नायु विज्ञान संस्थान की प्रमुख प्रोफेसर प्रतिमा मूर्ति ने कहा कि इस बात के प्रमाण हैं कि धूम्रपान व तम्बाकू सेवन से कोरोना वायरस के फैलने का खतरा ज्यादा है।
वहीं, यदि वह कोरोना से संक्रमित नहीं हुआ है तो यही उपयुक्त समय है कि वह धूम्रपान छोड़ दे। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता और फेफड़े की स्थिति में सुधार आता है।
28 राज्यों में तम्बाकू-गुटका खाने व थूकने पर रोक, लेकिन उत्पादन रहेगा जारी
