वहीं, नाराज चल रहे कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी गई है। यह भी जानकारी मिली है कि कांग्रेस के बागी विधायक भी अपना इस्तीफा दे सकते हैं। तेजी से बदल रहे घटनाक्रम में सिंधिया के खेमे के 17 विधायक बंगलूरू चले गए थे। उसके बाद खुद कमलनाथ दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के विद्रोह की अटकलों के बीच कमलनाथ ने आनन-फानन में अपने आवास पर आपात बैठक बुलाई। कमलनाथ ने कैबिनेट बैठक में कहा, मैं माफिया की मदद से किसी को भी अपनी सरकार नहीं गिराने दूंगा। मैंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में लगा दिया, लेकिन भाजपा मेरी सरकार गिराने के लिए अनैतिक हथकंडे अपना रही है।
भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा से जब पूछा गया कि क्या भाजपा कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का पार्टी में स्वागत करेगी पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी में सभी का दिल से स्वागत है। हम जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को भी शामिल करते हैं, सिंधिया जी बहुत बड़े नेता हैं, उनका निश्चित रूप से स्वागत है।