फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टैंट मैसेजिंग एप्लीकेशन व्हाट्सएप ने एक नया फीचर शुरू किया है, जिसमें यूजर के पास इसका नियंत्रण होगा कि उसकी मर्जी के बिना कोई उसे किसी ग्रुप में शामिल नहीं कर सकता।
कंपनी ने कहा कि पिगासस जासूसी एप के कारण उसे जबर्दस्त आलोचना का सामना करना पड़ा है। दरअसल व्हाट्सएप में किसी को अनचाहे ग्रुप में शामिल होने से बचने के लिए तीन विकल्प मिलते थे। इसमें एवरीवन, माई कॉन्टैक्ट्स और नोबॉडी शामिल था।
व्हाट्सएप ने एक ब्लॉग में बताया है कि ताजा वर्जन में ‘नोबॉडी’ के स्थान पर ‘माई कॉन्टैक्ट्स एक्सेप्ट’ का विकल्प दिया है। इसके जरिये यूजर अब अपने कॉन्टैक्ट्स में ऐसे लोगों को चुन सकते हैं, जिनके द्वारा वह किसी ग्रुप में शामिल नहीं होना चाहते।
गौरतलब है कि व्हाट्सएप के दुनियाभर में डेढ़ अरब से ज्यादा यूजर हैं, जिनमें से अकेले भारत में 40 करोड़ यूजर हैं। इसने अप्रैल में एक फीचर पेश किया था, जिसमें यूजर को यह सुविधा दी गई थी कि उन्हें ग्रुप में कौन शामिल कर सकता है, इसका नियंत्रण उनके हाथ में रहेगा। इससे पहले व्हाट्सएप यूजर को बिना उसकी सहमति के किसी भी ग्रुप में शामिल किया जा सकता था।