पनागर
शिक्षा के स्तर में सुधार लाने राज्य शिक्षा केन्द्र द्वारा 2011 में सम्पूर्ण मध्य प्रदेश में नए सिरे से बीजीसी पद की भर्ती करने 116 जन शिक्षिकों को उनके मूल पद पर वापस भेज कर योग्यतानुसार पुनः भर्ती की थी, जिसमे जबलपुर जिले में 6 केंद्रों में बीआरसी बैठाए गए थे, लेकिन जिला शिक्षा केंद्र द्वारा पनागर में बीआरसी की नियुक्ति ही नही की,
वहीं जिला शिक्षा केन्द्र ने पनागर में एक ऐसे सहायक शिक्षिका को रखा जो सन 2003 से लगातार 8 वर्षों से 2011 तक बीआरसी पद पर प्रतिनियुक्त थी पर प्रतिनियुक्ति समाप्त होने के बाद बिना किसी आदेश जनपद शिक्षा केन्द्र पनागर में 8 साल यानि 2019 तक न केवल उपस्थिति दे रही थी, बल्कि प्रभारी बीआरसी, निर्वाचन कार्य मे जोनल अधिकारी, अशासकीय शालाओं की मान्यता की फीस प्रतिनियुक्ति जैसे महत्वपूर्ण व संवेदनशील कार्य को एक पदीय अहर्ताएं पूर्ण न करने वाले बिना शासकीय आदेश के कार्यरत कर्मचारी से कराया जाना कहीं न कहीं शिक्षा विभाग की पोल खोल रहा है, इस मामले के खुलासे से अब जिला शिक्षा केन्द्र में हड़कंप मचा हुआ है और अब जिम्मेदार अधिकारी जवाब देने से बचते नज़र आ रहे हैं,