सहखातेदारों को पता नही, न कोई नोटिश, न इश्तहार, हो गया बंटवारा
पनागर न्यूज़
पनागर क्षेत्र की नुनियाकला पंचायत में भाजपा किसान संघ के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रह्लाद पटेल द्वारा सामूहिक तालाब की भूमि को बिना सहमति नियम विरुध्द अपने नाम पर कराने का मामला सामने आया है, तालाब के अन्य सहखातेदारों को जब इसकी जानकारी प्राप्त हुई तो उन्होंने पहले तो दस्तावेज प्राप्त करने संबंधित विभाग में आवेदन दिए लेकिन तहसील पनागर ओर कलेक्टर कार्यालय से उन्हें कोई रिकॉर्ड प्राप्त नही हो रहे हैं उक्त रिकॉर्ड दायरा पंजी में भी दर्ज नही हैं, जिससे पूरे मामले में भ्रस्टाचार नजर आ रहा है।
जिसके बाद समस्त खातेदारों ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई है, साथ ही पनागर तहसीलदार के समक्ष उपस्थित होकर उक्त नामांतरण निरस्त कर उचित कार्यवाही करने का आवेदन दिया। वहीं अन्य सहखातेदारों ने संवाददाता से बताया कि उक्त तालाब में 6 पट्टीदार हैं, जिनके वर्तमान में लगभग सोलह या अधिक खातेदार हैं, जिनकी सहमति के बिना प्रह्लाद पटेल ने तहसील कार्यालय में अधिकारियों से सांठगांठ कर पहले तो अपना नाम दर्ज कराया फिर तालाब में रोड़ के हिस्से पर अपना कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं,
पूरे मामले में हैरानी की बात तो यह है कि सहखातेदारों के पास तहसील कार्यालय से उन्हें न कोई नोटिश मिला और न ही इसका इश्तहार प्रकाशन कराया गया, जिसकारण उन्हें इस मामले की जानकारी नही थी, पर जैसे ही मामले की जानकारी उन्हें प्राप्त हुई उन्होंने संबंधित अधिकारियों के समक्ष उपस्थित होकर नामांतरण निरस्त कर नियमानुसार बंटवारा करने आवेदन दिया।
इनका कहना है :-
प्रह्लाद पटेल जो कि किसान संघ के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं उन्होंने सहखातेदारों को बिना जानकारी दिए तहसील कार्यालय में सांठ गांठ कर रोड वाला हिस्सा अपने नाम करवा लिया है, जिसके दस्तावेज प्राप्त करने हमारे द्वारा तहसील ओर रिकॉर्ड रूम में आवेदन दिया गया था, पर उक्त दस्तावेज कहीं प्राप्त नही हुए :- जग्गन पटेल सहखातेदार
हम लोगों के पास किसी भी प्रकार का कोई नोटिश नही आया न ही कोई इश्तहार प्रकाशन किया गया, इन्होंने कब अपने नाम करवा लिया इसकी कोई जानकारी प्राप्त नही हुई – गोकुल पटेल, सहखातेदार