बिना अनुमोदन कई हितग्राहियों को नियम विरुद्ध दी राशि
जबलपुर (पनागर) न्यूज़
पनागर नगर पालिका परिषद में पदस्थ पूर्व सीएमओ के कार्यकाल में आवास योजना में करोड़ों रु की धांधली का मामला सामने आया है, प्राप्त जानकारी के अनुसार मई 2018 में लगभग 728 हितग्राहियों के नाम आवास योजना में स्वीकृत हुए थे जिन हितग्राहियों की डीपीआर जिला कलेक्टर के अनुमोदन के पश्चात आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल से स्वीकृत होने के पश्चात शासन से प्रथम किश्त नगर पालिका को प्राप्त हुई थी, इसी तरह अगस्त 2018 को ही लगभग 344 हितग्राहियों के नाम आवास योजना स्वीकृत हुए थे जिनकी भी डीपीआर जिला कलेक्टर के अनुमोदन के पश्चात आयुक्त नगरीय प्रशासन विभाग भोपाल से स्वीकृत हुए थे,जिनकी द्वितीय किश्त नगर पालिका को प्राप्त हुई
बिना अनुमोदन कई हितग्राहियों को दी नियम विरुद्ध राशि
नियमानुसार शासन से प्राप्त राशि को 70% स्वीकृत हितग्राहियों को किश्त जारी की जानी थी, जिनमे नियमानुसार नगरीय विभाग के अधिकारियों (कर्मचारियों) को स्वीकृत हितग्राहियों के बन रहे आवास पर जाकर जियो टेकिंग किया जाना था पर नगर पालिका के कर्मचारियों/अधिकारियों ने पूर्व (तत्कालीन) सीएमओ, अध्यक्ष से सांठगांठ कर हितग्राहियों से सीधे लेनदेन की बात कर कलेक्टर महोदय से अनुमोदन कराए बिना ही ओर शासन से बिना डीपीआर कराए लगभग 1 करोड़ रु की राशि अपात्र हितग्राहियों को दे दी।
हितग्राही लगा रहे चक्कर, नही मिल रही राशि
मई ओर अगस्त में आवास योजना में स्वीकृत ऐसे कई हितग्राही जिनकी डीपीआर शासन से स्वीकृत थे तत्कालीन सीएमओ ओर अध्यक्ष के कार्यकाल में ही लगभग 53 ऐसे अपात्र लोगों को नियम विरुद्ध बांट दी गई, जिनकी डीपीआर नही हुई थी,उनमे कई ऐसे हितग्राही शामिल हैं जिनके पट्टे भी नही बने थे, उन्हें नियम विरुद्ध राशि प्रदान कर दी गई, जिस कारण कई ऐसे हितग्राही जिनका नाम आवास योजना में शामिल है वो आज भी अपनी किश्त के लिए लगातार नगर पालिका में चक्कर काट रहे हैं।
इनका कहना है –
मामला पूर्व सीएमओ के कार्यकाल का है, जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई शिकायतों के बाद मामले में जांच की जा रही है, जल्द ही उचित कार्यवाही कर अग्रिम कार्यवाही हेतु शासन को प्रेषित कर दी जाएगी – संजय सोनी मुख्य नगर पालिका अधिकारी पनागर
मै लंबे समय तक चाइल्ड केयर अवकाश में थी जिससे मामले की पूरी जानकारी नही है, तत्कालीन प्रभारी ही इस विषय मे अधिक जानकारी दे पाएंगे – जयश्री चौहान, पूर्व मुख्य नगर पालिका अधिकारी