आजादी में क्रांतिकारियों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकताप्रधानमंत्री श्री मोदी ने अमर शहीद क्रांतिकारियों की सही गाथा देश के सामने रखी मध्यप्रदेश की धरती पर बनाये जा रहे है क्रांतिकारियों के स्मारकअलग-अलग कलस्टर बनाकर औद्योगिकीकरण की करेंगे नई शुरुआत
इंदौर की जनता ने भी जन-भागीदारी का अद्भुत इतिहास रचाकिसानों के खेत की प्यास बुझाने मध्यप्रदेश ने स्थापित किया नया रिकॉर्ड
मध्यप्रदेश ने कोरोना से निपटने का जन-भागीदारी मॉडल बनायाअगले साल से मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी मेंआत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में जन-सहयोग का आव्हान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नेहरू स्टेडियम इंदौर में फहराया राष्ट्रीय ध्वज, ली परेड की सलामी प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने गणतंत्र दिवस पर इंदौर के नेहरू स्टेडियम में ध्वजारोहण कर भव्य परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ एवं बधाई देते हुये अपने संदेश में कहा कि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। यह अमृत महोत्सव और गणतंत्र दिवस का आज अद्भुत और अविस्मरणीय संगम है। देश में 23 जनवरी को हमने नेताजी सुभाष चंद्र बोस का 125वाँ जन्म-दिन मनाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने नेताजी के जन्म-दिन को पराक्रम दिवस के रुप में मनाने का निर्णय लिया। गणतंत्र दिवस के पर्व पर मैं नेता जी के चरणों में प्रणाम करता हूँ, नमन करता हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश को आजादी कोई अंग्रेजों ने चांदी की तस्तरी में रखकर भेंट नहीं की थी। एक तरफ पूज्य बापू जी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन चला था, तो दूसरी तरफ क्रांतिकारियों ने अपने रक्त की अंतिम बूँद से भारत माता की पवित्र माटी को रंगा था। उनके त्याग, तपस्या और बलिदान से देश स्वतंत्र हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें कहते हुए कभी-कभी तकलीफ होती है कि स्वतंत्रता के बाद हमें आजादी का इतिहास तक गलत पढ़ाया गया। देश को बताया गया कि हिंदुस्तान को आजादी महात्मा गांधी, नेहरु जी, इंदिरा जी ने दिलाई। मैं बापू जी के योगदान को अस्वीकार नहीं करता, बापूजी तो विश्वबंधु है। आजादी की क्रांतिकारी धारा को भुला दिया गया, एक नहीं अनेक अमर शहीद क्रांतिकारियों की स्मृति को संजो के नहीं रखा गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूँ। उन्होंने अमर शहीद क्रांतिकारियों की सही गाथा न केवल देश के सामने रखी बल्कि उनकी स्मृति बनी रहे और प्रेरणा मिलती रहें, इसके लिये देश में अनेक स्मारकों का निर्माण करवाया है। मुझे कहते हुए प्रसन्नता है कि इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। मध्यप्रदेश की धरती पर भी हमने महारानी लक्ष्मीबाई, तात्या टोपे, टंट्या भील, रघुनाथ शाह-शंकर शाह, भीमा नायक, राणा बख्तावर सिंह, कुंवर चैन सिंह, राजा विभूत सिंह और बादल भोई आदि क्रांतिकारियों के स्मारक बनाकर जो कर्ज राष्ट्र पर उनका है उसे चुकाने का विनम्र प्रयास किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने यह पंक्तियाँ भी कही – “शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।”
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं बाबा साहब अंबेडकर और संविधान बनाने वाली सभी प्रारूप समितियों को नमन करता हूँ। बाबा साहब अंबेडकर की 125 वीं जयंती पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाना प्रारंभ किया। यह हमारे संविधान निर्माताओं के चरणों में विनम्र आदरांजली है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था कि संविधान तो निर्जीव है, उसे लोग जीवित बनाते हैं। हम भारत के लोग सचमुच में भारत के संविधान की प्राणवायु और प्राणशक्ति हैं। सही अर्थों में गणतंत्र जनता का, जनता के लिए, जनता के द्वारा चलाया जाने वाला शासन है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी कहते हैं – जनता की शक्ति ही, राष्ट्र शक्ति है। उनका मानना है कि कोई भी काम बिना जनता के सहयोग से बिना जनता की भागीदारी से पूरा नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज जब वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया लड़ रही है, मुझे प्रसन्नता है मध्यप्रदेश ने कोरोना से निपटने का जन-भागीदारी मॉडल बनाया है। मैं अपने प्रिय बहन-भाइयों और बेटे-बेटियों से कहना चाहता हूँ कि कोरोना अभी गया नहीं है। हमने कोविड-19 की पहली और दूसरी लहर का मुकाबला डटकर किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों का हृदय से आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से कोरोना को नियंत्रित करने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि कोरोना से मुकाबला करने के लिये हमने जिला, विकासखंड, ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ बनाई। हमारे जन-प्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों, समाजसेवियों, धर्मगुरुओं, विभिन्न संस्थाओं ने मध्यप्रदेश को सुरक्षा कवच देने में सक्रिय भूमिका निभाई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज मैं अहिल्या माँ की पवित्र नगरी में खड़े होकर गर्व से कहता हूँ कि इंदौर की जनता ने भी जन-भागीदारी का अद्भुत इतिहास रचा है। इंदौर और प्रदेशवासियों ने मिलकर कोविड-19 की दूसरी लहर का भी मुकाबला किया है। अभी हम तीसरी लहर के प्रकोप से गुजर रहे हैं। कोरोना रोगियों की संख्या स्थिर होना शुरू हो गई है। सावधानी में ही सुरक्षा है। मैं अपील करना चाहता हूँ कि सभी लोग मास्क लगाकर रखे, दूरियाँ बनाकर रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैं एक बार फिर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को धन्यवाद देता हूँ, जिन्होंने कोविड-19 की वैक्सीन के लिए टास्क फोर्स बनाई। हमारे वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों को प्रणाम, जिन्होंने भारत में समय रहते एक नहीं दो-दो स्वदेशी वैक्सीन बना ली। मुझे कहते हुए गर्व है कि देश में लगभग 168 करोड़ वैक्सीन डोज़ लगा दिए गए हैं। वैक्सीन बनाने से लेकर टीका लगाने तक का एक अद्भुत कार्यक्रम जन- सहयोग से संपन्न हुआ। मैं प्रधानमंत्री जी का इस जीवन रक्षक कार्य के लिए अभिनंदन करता हूँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आत्म-निर्भर भारत का मंत्र दिया। आत्म-निर्भर भारत के लिए हमने आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का संकल्प लिया है। अधोसंरचना, सुशासन, शिक्षा, स्वास्थ्य, अर्थ-व्यवस्था और रोजगार के लिये हम एक-एक कदम आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेशवासियों को बताते हुए मुझे प्रसन्नता है कि, कभी मध्यप्रदेश “सड़कों में गड्ढे का प्रदेश” कहा जाता था। आज 2 लाख किलोमीटर से ज्यादा शानदार सड़कों का निर्माण किया जा चुका है। अब हमारा संकल्प अटल एक्सप्रेस-वे, नर्मदा एक्सप्रेस-वे बनाने का है। यह केवल रोड नहीं, मध्यप्रदेश की आर्थिक प्रगति का रोडमैप होंगे। नई टाउनशिप, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, विकास के अलग-अलग कलस्टर बनाकर हम औद्योगिकीकरण की नई शुरुआत करेंगे। भोपाल, इंदौर के बीच में एक अलग इंडस्ट्रियल हब पर हम तेजी से काम कर रहे हैं।