रातों रात करोड़पाति बनना किसे कहते हैं? अगर ये जानना है तो कुन्नूर निवासी से जानिए. जिनकी बंद किस्मत का ताला खुला तो उन्हें खुद पर यकीन नहीं हुआ. मजदूरी कर गुजर बसर कर रहे राजन के ऊपर बैंक का कर्ज था. अपने कर्ज की बकाया रकम की जानकारी हासिल करने के लिए राजन बैंक जा रहे थे. उन्हें इस बात की चिंता थी कि बैंक का कर्ज कैसे अदा होगा. इसी दौरान उन्होंने लॉटरी के जरिए किस्मत आजमाने की सोची. यहां तक कि उन्होंने अपनी पत्नी की बात को भी अनसुना कर दिया.राजन ने रातों रात अमीर बनने के चक्कर में लॉटरी एजेंसी से लॉटरी खरीद ली. कुछ दिनों बाद जब लॉटरी का ड्रा हुआ तो उन्हें बंपर प्राइज की खबर सुनने को मिली. उनके नाम 12 करोड़ की लॉटरी लगी. टैक्स और कमीशन कटने के बाद राजन के हाथ में करीब 7.2 करोड़ रुपये आएंगे.
मजदूर के पास नहीं थे लोन चुकाने तक के पैसे, करोड़ का मालिक एक लॉटरी ने बना दिया
