अधिकारियों के आदेश पर ठगा सा महसूस कर रहे किसान
पनागर न्यूज़ :-
पनागर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सेवा सहकारी समिति नूनीयकला में आने वाले गांव नूनीयकला, मोहलाझिर, कोहना – कोहानी, बम्हनोदी, सलैया, पडोरा, मुड़िया, नुनियाखुर्द, एवं सेवा सहकारी समिति सिंगोद के अंतर्गत आने वाले गांव सिंगोद, मनक्वारा, डुड़की, बिजना, खमरिया, गर्दा, मुडारी, विलगवां, कालाडूमर पुरैना, सिंगलदीप लखना, गुलेदा, सिमरिया सहित अन्य गांवों के किसानों ने बताया कि उनके फोन पर आये मैसेज के बाद ही वे अपनी धान लेकर पूर्व निर्धारित अपने अपने केंद्रों पर पंहुचे, जहां किसानों ने अपनी धान ले जाकर रख दी, परंतु आज दिनांक तक शासन द्वारा खरीदी चालू नही की गई है, वर्तमान में किसानों की गेंहू की बुवाई, सिंचाई जोरों पर चल रही है, वहीं किसान खेत पर अपना कार्य करे या खरीदी केंद्र पर तकवारी करे यह समस्या किसानों के पास है,
60 हजार क्विंटल की क्षमता नर्मदा वेयर हाउस मे
नुनिया कला के अंतर्गत पूर्व में नर्मदा वेयर हाउस (क्षमता लगभग 60 हजार क्विंटल) में तोली जाने वाली धान के लिए किसानों के पास मैसेज आने के बाद से किसानों ने अपनी लगभग 30 हजार क्विंटल धान नर्मदा वेयर हाउस में रख दी, यही हाल सिंगोद स्थित केंद्र का है वहां भी किसानों की लगभग 30 हजार क्विंटल से भी अधिक धान खुले में पड़ी है, अब अधिकारी ने मौखिक रूप से उक्त केंद्र को बदल रहे हैं, अब नूनीयकला केंद्र के किसानों के पास अपनी धान पुनः उठाकर वहां से लगभग 10-15 किलोमीटर दूर खजरी स्थित राज वेयरहाउस ले जाने आने वाली दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा,
किसानों के बताए अनुसार अधिकारी अब बोल रहे हैं कि उनका केंद्र खजरी स्थित राज वेयरहाउस में है, जिसके बाद किसानों में तीव्र आक्रोश फैला है, वेयरहाउस की क्षमतानुसार वहाँ केंद्र में वरदानों का स्टॉक भी रखा है, वहीं किसानों ने इसका विरोध करते हुए वरदानों में आग लगा देने की बात कही है, हालांकि किसानों का एक दल आज जिला कलेक्टर से मिलकर उसी केंद्र को यथावत रखने की बात करेगा।
इनका कहना है-
शासन से फोन पर आए मैसेज के बाद ही हमने पूर्व निर्धारित केंद्र में अपनी धान लेकर आये हैं, आज 10 दिनों से धान की तकवारी कर रहे हैं अब अधिकारी कह रहे हैं कि उनका सेंटर यहां नही है, अपनी धान लेकर अब हम 15 किलोमीटर दूर कैसे ले जाएं – राजेश पटेल, क्षेत्रीय किसान
अधिकारियों ने अंतिम समय पर केंद्र बदलने की बात कही है 30000 क्विंटल से भी अधिक ध्यान सेंटर पर आ चुकी है अब इतनी धान उठाकर किसी अन्य सेंटर में ले जाना भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा किसानों के साथ हो रहे अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा सेंटर बदला गया तो किसानों के साथ उग्र आंदोलन किया जाएगा जिसकी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी – शैलेन्द्र पटेल क्षेत्रीय किसान